लंदन। कोरोना वायरस से प्रभावित यूरोप में सोमवार को कोविङ-19 के खिलाफ लड़ाई में कुछ उम्मीद नजर आई लेकिन अमेरिका में स्थिति बदतर होती दिख रही है जहां मृतक संख्या तेजी से 10,000 के करीब पहुंच रही है। पृथ्वी के हर कोने में लगभग कोई ना कोई इस वायरस से प्रभावित है और अरबों लोग इसके डर से घर में कैद हैं। विश्वभर में इससे अभी तक करीब 70,000 लोगों की जान जा चुकी है।ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ- द्वितीय ने कोरोना वायरस के खतरे के बीच राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि स्व-अनुशासन और संकल्प से लोग इस वायरस से जीतेंगे और देश में अच्छे दिनों की वापसी होगी। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी कोरोना वायरस से सं मित हैं और अभी अस्पताल में भर्ती हैं। कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित यूरोप में हालात कुछ बेहतर हुए। इटली में पिछले सप्ताह की तुलना में मृतक संख्या सबसे कम रही। स्पेन में लगातार तीसरे दिन मृतक संख्या में गिरावट आई है और फ्रांस में भी एक सप्ताह में मरने वालों की संख्या कम हुई है। इटली के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी सिल्वियो ब्रूसाफेरो ने कहा,“ मृतक संख्या में गिरावट आनी शुरू हो गई है।" उन्होंने कहा कि अगले महीने से लॉकडाउन में धीरे-धीरे ढील दी जा सकती है। स्पेन में नर्स इम्पार लॉरेन ने कहा, “ स्थिति काफी स्थिर है। गहन देखभाल कक्ष में मरीजों की संख्या अब उतनी नहीं बढ़ रही है और कुछ लोगों को अब हम छुट्टी भी देंगे।" यूरोप में जहां स्थिति बेहतर हो रही है वहीं अमेरिका में हालात बदतर होते दिख रहे हैं। वहां मरने वालों की संख्या 10,000 के पास पहुंचने वाली है और अधिकारियों ने अभी स्थिति और खराब होने को लेकर भी आगाह कर दिया है।
कोविड-19: यरोप में दिखी उम्मीद तो अमेरिका में स्थिति और बिगड़ी